Rishi Prasad- A Spiritual Monthly Publication of Sant Sri Asharam Ji Ashram

नमक कौन-सा खायें?

आयुर्वेद के अनुसार सेंधा नमक सर्वश्रेष्ठ है । लाखों वर्ष पुराना समुद्री नमक जो पृथ्वी की गहराई में दबकर पत्थर बन जाता है, वही सेंधा नमक है । यह रुचिकर, स्वास्थ्यप्रद व आँखों के लिए हितकर है ।

सेंधा नमक के लाभ

आधुनिक आयोडीनयुक्त नमक से सेंधा नमक श्रेष्ठ है । यह कोशिकाओं के द्वारा सरलता से अवशोषित किया जाता है । शरीर में जो 84 प्राकृतिक खनिज तत्त्व होते हैं, वे सब इसमें पाये जाते हैं ।

(1) शरीर में जल-स्तर का नियमन करता है, जिससे शरीर की क्रियाओं में मदद मिलती है ।

(2) रक्तमें शर्करा के प्रमाण को स्वास्थ्य के अनुरूप रखता है ।

(3) पाचन संस्थान में पचे हुए तत्त्वों के अवशोषण में मदद करता है ।

(4) श्वसन तंत्र के कार्यों में मदद करता है और उसे स्वस्थ रखता है ।

(5) साइनस की पीड़ा को कम करता है ।

(6) मांसपेशियों की एेंठन को कम करता है ।

(7) अस्थियों को मजबूत करता है ।

(8) स्वास्थ्यप्रद प्राकृतिक नींद लेने में मदद करता है ।

(9) पानी के साथ यह रक्तचाप के नियमन के लिए आवश्यक है ।

(10) मूत्रपिंड व पित्ताशय की पथरी रोकने में रासायनिक नमक की अपेक्षा अधिक उपयोगी ।  


समुद्री नमक के लाभ

यह समुद्र से प्राकृतिक रूप में प्राप्त होता है, इसलिए इसमें शरीर के स्वास्थ्य के लिए जरूरी 80 से अधिक खनिज तत्त्व मौजूद रहते हैं । यह बाजारू आयोडीनयुक्त नमक से बहुत सस्ता व अधिक लाभदायक है ।

(1) रोगप्रतिकारक शक्ति को बढ़ाता है, जिससे सर्दी, फ्लू, एलर्जी आदि रोगों से रक्षा होती है ।

(2) कई जानलेवा बीमारियों से बचाता है ।

(3) समुद्री नमक आपका वजन कम करने में भी सहयोग देता है । यह पाचक रसों के निर्माण में मदद करता है, जिससे आहार का पाचन शीघ्र होता है । यह कब्ज को दूर करता है ।

(4) यह दमा के रोगियों को लाभप्रद है ।

(5) यह नमक मांसपेशियों की एेंठन और दर्द को रोकने में मददरूप होता है ।

(6) पानी के साथ समुद्री नमक लेने से कोलेस्ट्रॉल का प्रमाण कम होता है और उच्च रक्तचाप को यह कम करता है तथा अनियमित दिल की धड़कनों को नियमित करता है । इस प्रकार यह रींहशीेीलश्रशीेीळी, दिल के दौरे और हृदयाघात को रोकने में मदद करता है । यह शरीर में शर्करा का प्रमाण बनाये रखने में मदद करता है, जिससे इंसुलिन की आवश्यकता को कम करता है । अतः मधुमेह के रोगियों के आहार में यह अनिवार्य रूप से होना चाहिए ।

मानसिक अवसाद : तनाव का सामना करने के लिए आवश्यक हार्मोन्स सेरोटोनिन और मेलाटोनिन को शरीर में बनाये रखने में मदद करता है । इससे हम अवसाद एवं तनाव से मुक्त रहते हैं और अच्छी नींद आती है ।