जीवन को परमात्म-रस से भरे, जीने की कला सिखाये : गीता
...फिर गीता समझ में आ जाती है
करोड़ गुना फलदायी है यह प्रबोधिनी एकादशी
समर्थ साँईं लीलाशाहजी की अद्भुत लीला
Why are cows worshipped on Gopashtami?
पंचपर्वों की सुरभित माला : दीपावली पर्व
श्रद्धा और भक्ति का मूर्तिमंत स्वरूप माँ महँगीबाजी
वास्तविक विजय प्राप्त कर लो
साधन अनेक, अंतिम स्वरूप एक
विश्वमानव के लिए प्रकाशमय, ज्ञानमय दिवस
ऐसे मनायें रक्षाबंधन
गुरु-तत्त्व में अडिग रहने के नये प्रयोग, नयी दिशा देनेवाला महापर्व: गुरुपूर्णिमा