श्रद्धा और भक्ति का मूर्तिमंत स्वरूप माँ महँगीबाजी
वास्तविक विजय प्राप्त कर लो
साधन अनेक, अंतिम स्वरूप एक
विश्वमानव के लिए प्रकाशमय, ज्ञानमय दिवस
ऐसे मनायें रक्षाबंधन
गुरु-तत्त्व में अडिग रहने के नये प्रयोग, नयी दिशा देनेवाला महापर्व: गुरुपूर्णिमा
अमृत को परोसने की परम्परा : गुरुपूनम महापर्व
सत्संग परम औषध है
परिस्थितियों के असर से रहें बेअसर
नित्य उपासना की आवश्यकता क्यों ?
अपने जन्म-कर्म को दिव्य कैसे बनायें ?
हनुमानजी का स्वभाव अपने जीवन में ले आओ !