पूज्य बापूजी लोगों का भला करते हैं, सही मार्गदर्शन देते हैं । जब से मैंने बापूजी से दीक्षा ली, उसके बाद मेरी जिंदगी में कई चमत्कार हुए हैं । एक बार तो मेरा भयंकर एक्सीडेंट हुआ था, तब हम लोग मौत के मुँह से निकले तो सिर्फ बापूजी के दिये मंत्र के जप व पूजा की वजह से ।
आज हिन्दुस्तान में सबसे बड़े आध्यात्मिक गुरु परम पूज्य आशारामजी बापू हैं, उनके भक्त करोड़ों की संख्या में हैं । जो लोग हिन्दुस्तान की तरक्की से जलते हैं, उन्हें लगता है कि इस देश को ऊँचा उठाने के लिए परिश्रम करनेवाले पूज्य बापूजी जैसे संतों के प्रति लोगों के विश्वास को भंग करके हिन्दुस्तान की तरक्की को रोका जा सकता है । इसीलिए बापूजी को सुनियोजित तरीके से फँसाया जा रहा है ।
मेरा सभी श्रद्धालुओं से यही निवेदन है कि यदि आप अपने जीवन की वास्तव में कद्र करते हैं तो अपने अनुभव का आदर करें । आपने जो आनंद, शांति बापूजी के सत्संग-सान्निध्य में पायी है, उसका आदर करें । यदि हम कुप्रचारकों के झाँसे में आकर महापुरुषों के प्रति अपना विश्वास खोते हैं तो इससे महापुरुषों को कोई हानि नहीं है, हमारी अपनी ही हानि है । हमारा श्रद्धा-विश्वास, हमारी भीतरी सुख-शांति हमारी सबसे बड़ी पूँजी है, उसे किसी भी कीमत पर न खोयें ।
*RP-ISSUE246-JUNE-2013