Rishi Prasad- A Spiritual Monthly Publication of Sant Sri Asharam Ji Ashram

खजूर खायें, शरीर को हृष्ट-पुष्ट व निरोगी बनायें

खजूर मधुर, शीतल, पौष्टिक व सेवन करने के बाद तुरंत शक्ति-स्फूर्ति देनेवाला है । यह विशेषतः रक्त, मांस व वीर्य की वृद्धि करता है । यह हृदय व मस्तिष्क को शक्ति देता है, वायु व कफ का शमन करता है तथा मल व मूत्र साफ लाता है । खजूर में कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन्स, विटामिन्स, कैल्शियम, पोटैशियम, लौह, मैग्नेशियम, फॉस्फोरस आदि भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं । इसके नियमित सेवन से मांस की वृद्धि होकर शरीर पुष्ट हो जाता है । गाय के घी अथवा दूध के साथ खजूर लेने से शुक्राणुओं की वृद्धि होती है । 

पाचक व पौष्टिक खजूर चटनी

खजूर में नींबू का रस, अदरक, काली मिर्च, सेंधा नमक आदि मिलाकर चटनी बनायें । इसको खाने से भूख खुलकर लगती है, पाचन ठीक से होता है, गैस की तकलीफ व अरुचि दूर होती है । यह चटनी पौष्टिक और बलप्रद भी है ।

बलप्रद अवलेह

खजूर, द्राक्ष, मिश्री व घी - प्रत्येक १०० ग्राम व १० ग्राम पीपर को अच्छे-से मिलाकर रखें । अवलेह तैयार हो गया । प्रतिदिन २०-३० ग्राम सेवन करने से क्षय (टी.बी.), क्षयजनित खाँसी, दमा और स्वरभेद (आवाज बदल जाना, रूखी-तीखी आवाज) में अच्छा लाभ होता है । बालकों के लिए भी यह स्वादिष्ट, रुचिकर और बलप्रद है ।

खजूर के विविध प्रयोग

वीर्यवर्धक : * ५-७ खजूर तथा २५-३० किशमिश प्रतिदिन सेवन करने से रक्त की वृद्धि होती है । दुर्बल शरीर-मनवाले एवं जिनका वीर्य क्षीण हो गया है, ऐसे लोगों के लिए प्रतिदिन प्रातः इनका सेवन लाभदायक है ।

* ५-७ खजूर व रात को भिगोकर छिलके उतारे हुए ५ बादाम सुबह दूध के साथ कुछ महीने सेवन करने से वीर्य की वृद्धि होती है और शीघ्रपतन की विकृति नष्ट होती है ।

रक्ताल्पता : घीयुक्त दूध के साथ रोज ५-७ खजूर का उपयोग करने से खून की कमी दूर होती है ।

शारीरिक निर्बलता : * ५०० ग्राम बीज निकला हुआ खजूर कूटें । उसमें बादाम, पिस्ता, चिरौंजी, मिश्री व घी - प्रत्येक ५० ग्राम मिलाकर उसके ५०-५० ग्राम के लड्डू बना के रखें । प्रतिदिन १ लड्डू खाकर ऊपर से दूध पीने से शारीरिक निर्बलता दूर होती है ।

* दूध में ५ खजूर व २ ग्राम अश्वगंधा चूर्ण मिलाकर सेवन करें ।

नपुंसकता : खजूर में १ ग्राम दालचीनी का चूर्ण मिलाकर सुबह गुनगुने दूध के साथ सेवन करने से नपुंसकता में लाभ होता है ।

मात्रा : ५ से ७ खजूर अच्छी तरह धोकर रात को भिगो के सुबह खायें । बच्चों के लिए २-४ खजूर पर्याप्त हैं । दूध या घी में मिलाकर खाना विशेष लाभदायी है । होली के बाद खजूर खाना हितकारी नहीं है