एक कटोरी दूध में निहारते हुए इस मंत्र का इक्कीस बार जप करें | तदपश्चात उस दूध को पी लें, ब्रह्मचर्य रक्षा में सहायता मिलती है | यह मंत्र सदैव मन में धारण करने योग्य है :
ॐ नमो भगवते महाबले पराक्रमाय मनोभिलाषितं मनः स्तंभ कुरु कुरु स्वाहा |
सफल व महान बनने की महान कुंजी : संयम
‘दिव्य प्रेरणा-प्रकाश’ से बदला जीवन
साँईं लीलाशाहजी का युवाओं को संदेश
ब्रह्मचर्य का पालन क्यों और कैसे ?
कोई देख रहा है.......!
ब्रह्मचर्य व एकाग्रता का सामर्थ्य
क्यों जरूरी है संयम का पालन ?
A big problem faced by youth and its solution
युवाओं की एक बड़ी समस्या व उसका समाधान
अर्जुन और उर्वशी
पृथ्वीराज चौहान क्यों हारा ?
वीर्यरक्षक चूर्ण